इस बैठक में मुख्य अतिथि के रूप में पूर्वी उत्तर प्रदेश क्षेत्र के सेवा प्रमुख आदरणीय युद्धवीर जी का मार्गदर्शन सभी को प्राप्त हुआ। योजना बैठक में भाग/जिला, विभाग और प्रांत के सभी कार्यकर्ता अपेक्षित थे, जिसमें जिला/भाग का प्रतिनिधित्व करते हुए कुल 70 कार्यकर्ता उपस्थित थे।
मुख्य अतिथि श्रीमान युद्धवीर जी ने योजनाओं के महत्व को विस्तार से सभी के समक्ष रखा, प्रत्येक नगर/खण्ड को संघ शताब्दी वर्ष में पूर्ण करना ऐसा सभी को लक्ष्य देते हुए प्रत्येक कार्यकर्ता से आग्रह किया कि वे सप्ताह में चार कार्य अवश्य करें: 1- कार्यकर्ता के घर जाना, उनके परिवार से मिलना, 2- सेवा उपयोगी व्यक्ति से मिलना, 3- सेवा बस्ती में जाना, वहाँ के परिवार से मिलना और 4- सेवा केंद्र का दर्शन करना।
प्रांत महामंत्री श्री ज्युत राम जी ने सभी कार्यकर्ताओं को चारों आयाम (शिक्षा, स्वास्थ्य, स्वावलंबन और सामाजिक) के अंतर्गत आने वाले सभी कार्य बिंदुओं को विस्तार से बताया, जिससे विभाग/जिला में कार्य किस प्रकार करना है और क्या-क्या करना है, उन सभी के बारे में सबको अवगत कराया। प्रांत मंत्री श्री हरि नारायण जी ने संस्था के रेजिस्ट्रेशन, नियम और कार्य करने के तरीके और कार्य करते समय किन-किन बिंदुओं का ध्यान रखना है और कौन सा कार्य कैसे करना है, इसके बारे में सभी को बिंदुवार तरीके से अवगत कराया। प्रांत कोषाध्यक्ष श्री राकेश जी ने किस प्रकार संस्था का रखरखाव करना है, कार्यालय और उनके उपयोगी चीजें और उनका महत्व, इन सभी विषयों पर सबको अवगत कराया। वार्षिक योजना बैठक में सभी प्रतिनिधियों के आपसी सामंजस्य के बाद मई माह 2025 से अप्रैल माह 2026 तक किए जाने वाले सेवा कार्यों की योजनाओं को बनाया गया, जिससे कार्य करने का एक लक्ष्य सभी के पास रहे और कार्य करने में सभी को आसानी हो।